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समय आ गया है जब कांग्रेस मुक्त देश का सपना हर किसी को देख लेना चाहिए !
आज पाक हमले में जवानों की शहादत जैसे गंभीर मुद्दे पर सदन में चर्चा के डर से प्रधानमंत्री अनुपस्थित है, नेता सदन बीमार है, प्रमुख विपक्षी दल के नेताओ को बोलने से रोकने के लिए कांग्रेस सांसद हो-हल्ला मचा रहे है, सोनिया कृपापात्र अध्यक्षया सदन को तुरंत स्थगित कर सरकार को जबाब देने से आसानी से बचा ले जाती है !
सदन के बाहर कांग्रेस नेता बयानबाजी करते नजर आते है की यह वक्त राजनीति का नहीं है हम कार्यवाही करेंगे कब करेंगे जब विदेशी हुक्मरान आकर दिल्ली की गद्दी संभाल लेगा तब जैसे सोनिया की चाटुकारिता की है वैसे ही उसकी भी कर करेंगे, यही कार्यवाही है !
जब पूरा देश क्रोध और घृणा से पाकिस्तान की कायराना हरकत पर उबाल में है और अन्तराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान पर दवाब बनाए जाने का समय है तब एक प्रबल चाटुकार राजवंशी कर्ण सिंह कहते है की अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी देखना होगा की प्रत्युतर में कही गोलीबारी तो नहीं हुई उसमे उधर का कोई तो नहीं मरा !
धिक्कार है ऐसे नमकहराम लोगो पर जो अपने लोगो के मरने से ज्यादा इस बात पर नजर गडाये है की कही जवाबी कार्यवाही में कोई ना मरा हो ताकि मुस्लिम समुदाय को बुरा लगे की रमजान में मुसलमान मरा और नुकसान वोट बैंक का हो जाए !
अब तो मुस्लिम समुदाय को भी अपनी वफ़ादारी और देशभक्ति प्रदर्शित करते हुए कांग्रेस नेताओ को बताना चाहिए की आतंकवादियों को उनके कौम से जोड़ना इस्लाम का किया जाने वाला अपमान है !
साथियों आज संसद में वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने दो टूक पूछ लिया सरकार से की क्या कांग्रेस सरकार भारत के साथ है या पकिस्तान के साथ ?
एक खबर सामने आई की सितम्बर माह में प्रधानमंत्री की पाक प्रधानमंत्री से मुलाकात होने वाली है पर मुझे यह बात समझ नहीं आती की हर बार यह मुलाकात दलाल अमेरिका के आगंन में ही क्यों होती है ? पिछले ६५ सालों से कांग्रेस रूपी दीमक ने देश को खोखला कर दिया है, हर क्षेत्र में लगातार गिरावट के कारण २०२० तक विकसित होने का स्वपन सालों पीछे चला गया है !
साथियों जिस तरह से देश के आंतरिक और बाह्य हालात नजर आ रहे है, ऐसे में देश के भविष्य को लेकर चिंताए बढ़ी है ! अब भी समय है अगर हम चेत गए और लालच, जातिवाद, क्षेत्रवाद आदि से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद के नाम पर एक होकर कांग्रेस मुक्त भारत का निर्माण करते है तभी शायद कोई हल संभव है !
जय हिंद !
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